निर्जलीकरण के लिए उपयोग होने वाला ORS पाउडर और पानी का गिलास।

निर्जलीकरण, किडनी स्टोन और यूरिन इन्फेक्शन के लिए आपका एकमात्र जादुई पेय

यह सच है कि ज़्यादातर लोग ओरल रीहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ORS) की याद सिर्फ़ तेज़ गर्मी में या डिहाइड्रेशन के दौरान करते हैं। लेकिन ORS सिर्फ़ प्यास बुझाने का काम नहीं करता — यह शरीर से खोए इलेक्ट्रोलाइट्स को तेज़ी से वापस लाकर थकान, मांसपेशियों में मरोड़, उल्टी और लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं में तुरंत राहत देता है।

ORS का इस्तेमाल सिर्फ़ गर्मियों या पेट की तकलीफों तक सीमित नहीं है। यह किडनी से जुड़ी समस्याओं जैसे स्टोन या यूरिन इन्फेक्शन में भी एक शांत लेकिन ज़रूरी भूमिका निभाता है। हाइड्रेटेड रहना सिर्फ़ फायदेमंद नहीं, ज़रूरी है। रिसर्च कहती है कि ORS पानी से 1.5 गुना ज़्यादा असरदार तरीके से हाइड्रेट करता है

लेकिन एक अहम बात – हर ORS असरदार नहीं होता। आजकल बाज़ार में नकली या WHO स्टैंडर्ड के बाहर बनाए गए ORS की भरमार है, जो आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकते हैं।

यही वजह है कि SayaCare आपको देता है WHO-रिकमेंडेड, लैब-टेस्टेड और डॉक्टरी मंज़ूरी वाले ORS – जो भारत में सिर्फ़ SayaCare पर ही उपलब्ध हैं।

ORS के फ़ायदे जानने और इसे अपने हेल्थ रूटीन में हमेशा के लिए शामिल करने के पीछे की पूरी कहानी जानें।

ORS सही तरीके से कैसे बनाएं

1 लीटर साफ़ पानी की बोतल लें।
उसमें SayaCare का 20 ग्राम वाला टेस्टेड ORS सैशे डालें।
अच्छी तरह हिलाएं या चम्मच से तब तक घोलें जब तक सारे दाने पूरी तरह घुल न जाएं।

ORS कैसे पिएं

  1. 1 लीटर ORS घोल को 3–4 घंटे में धीरे-धीरे पिएं
  2. एक बार में ज़्यादा न पिएं, छोटे-छोटे घूंट लें
  3. हर 20–30 मिनट में 100–200 ml लें

ORS कहाँ काम आता है

सबसे ज़्यादा किसे ज़रूरत है?

हर किसी को, लेकिन इनको न भूलें:
बच्चे, सिक्योरिटी गार्ड, ड्राइवर, डिलीवरी वर्कर, रिक्शा चालक, घरेलू सहायिका, ठेले वाले, मज़दूर और ऑफिस वर्कर्स।

सावधान रहें !!!!!!!! ORS vs ORSL

यह ORS नहीं है ❌ और यह है असली ORS

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Author

  • Mahak SayaCare

    Mahak Phartyal completed her bachelor's in pharmacy from Veer Madho Singh Bhandari Uttarakhand Technical University. She previously worked as a Medical Writer at Meril Life Sciences, where she wrote numerous scientific abstracts for conferences such as India Live 2024 and the European Society of Cardiology (ESC). During her college years, she developed a keen research interest and published an article titled “Preliminary Phytochemical Screening, Physicochemical and Fluorescence Analysis of Nyctanthes arbor-tristis and Syzygium cumini Leaves.”

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