दुनिया की फार्मेसी कहलाने के बावजूद, भारत की जमीनी हकीकत काफी गंभीर है Diabetes, High BP गुर्दे और गैस्ट्रिक समस्याओं जैसी आम पुरानी बीमारियों की दवाएँ लोगों की पहुँच से बाहर होती जा रही हैं। स्वास्थ्य सेवा खर्च का 90% तक हिस्सा दवाओं पर खर्च होता है, जिससे आउट ऑफ पॉकेट (OOP) खर्च भी बढ़ जाता है स्थिति इतनी गंभीर है कि कई लोगों को इलाज का खर्च उठाने के लिए कर्ज तक लेना पड़ता है